शहर के बीचो बीच मनचले युवकों ने छात्रा से किया छेड़छाड़
सोचने को मजबूर करते हैं छात्रा के आरोप- तमाशबीन बने रहे लोग, पुलिस अंकल भी निकले,नहीं की मदद
मनचलों ने छात्रा को बीच सड़क पर रोक की छेड़छाड़, विरोध पर मारे थप्पड़
सीधी शहर के मिनी स्मार्ट रोड पर एक कॉलेज की स्कूटी सवार छात्रा के साथ दो बाइक सवार लड़कों ने सरेराह छेड़छाड़ की घटना को अंजाम दिया। इतना ही नहीं छात्रा ने जब विरोध किया तो आरोपियों ने छात्रा का बीच सड़क पर थप्पड़ भी मारे।बात यहीं तक नहीं रुकी, जब विवाद और बढ़ा तो एक आरोपी लोहे की रॉड लेकर छात्रा पर जानलेवा हमला करने भी उतारू हो गया। इस बीच छात्रा ने जब परिजनों को फोन लगाया, तब आरोपी मौके से भागे। छात्रा का आरोप है कि इस घटना के बीच लोग तमाशबीन बने रहे, लेकिन किसी ने मदद नहीं की। एक पुलिस अंकल पुलिस की शासकीय वाहन से भी मौके से निकले, लेकिन उन्होंने भी मदद से इनकार कर दिया। इससे इस संवेदनशील घटना में आमजन के साथ खाकी पर भी सवाल उठे हैं। छात्रा का आरोप है कि शहर के मुख्य मार्ग मे इस प्रकार की घटना घटित होना कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़ा कर रहा है।
अर्जुन नगर मे किराए का कमरा लेकर रहने वाली 17 वर्षीय नाबालिग छात्रा शहर के एक कॉलेज में बीए सेकंड ईयर की पढ़ाई करती है। रविवार दोपहर में 2 बजे स्कूटी से वह अपने घर जा रही थी। इस बीच मिनी स्मार्ट रोड सूखा नाला मार्ग के पास बाइक पर सवार दो लड़कों ने ओवरटेक किया और अश्लील हरकतें करते हुए छेड़छाड़ करने लगे, मना करने पर नहीं माने तो लड़की ने उसे पीट दिया। इससे आरोपी आक्रामक हो गए। उन्होंने सीधे छात्रा को पकड़ा और सरेराह थप्पड़ मारे। शर्मनाक पहलू यह है कि जिस स्थान पर घटना हुई, वहां से कुछ आगे सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जिनसे आरोपियों की पहचान हो सकती है।
लोहे की रॉड से हमले का भी प्रयास
छात्रा के अनुसार लोगों का जमावड़ा लग गया था, लेकिन किसी ने भी आरोपियों को रोकने का प्रयास नहीं किया, वह मदद की बजाय तमाशबीन बनकर देख रहे थे। छात्रा ने बताया कि इस बीच एक पुलिस अंकल भी निकले, जब उनसे रोकर आपबीती बताई और मदद मांगी तो उन्होंने यह कहकर मदद से मना कर दिया कि यह उनका क्षेत्र नहीं है, इसलिए कोई मदद नहीं की जा सकती है, आप संबंधित थाने में जाकर शिकायत करें। छात्रा ने बताया कि जब किसी ने मदद नहीं की तो आरोपी और आक्रोशित हो गए।एक आरोपी लोहे की रॉड लेकर जान से मारने पर उतारू हो गया, इस बीच जब मदद के लिए परिजनों को फोन लगाया, तब आरोपी मौके से भागे।
नहीं होती पेट्रोलिंग:-
स्थानीय लोगों का आरोप है कि विगत आठ माह से इन क्षेत्रो में पुलिस की पेट्रोलिंग तक नहीं हो रही है।इस मार्ग मे एक दर्जन से अधिक कोचिंग सेंटर संचालित हो रहे हैं, छात्र-छात्राओं का आना जाना सुबह 6 बजे से लेकर रात 8 बजे तक लगा रहता है।पूर्व मे पुलिस 6 से 8 बजे के बीच लगातार भ्रमण करती थी तो शराबी और मनचलो मे पुलिस का डर बना रहता था, लेकिन अब तो यहां पुलिस के दर्शन तक नहीं होते है।स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर पुलिस का इसी प्रकार रवैया रहा तो स्थानीय लोगों सड़क मे उतर आएंगे।

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