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भारत विकाश परिषद स्वामी विवेकानंद शाखा शिक्षक को आंतरिक चरित्र उद्दात्त करना चाहिए- प्रोफेसर राम शंकर

भारत विकाश परिषद स्वामी विवेकानंद शाखा शिक्षक को आंतरिक चरित्र उद्दात्त करना चाहिए- प्रोफेसर राम शंकर

शेखर खान शहडोल

भारत विकास परिषद स्वामी विवेकानंद शाखा शहडोल द्वारा स्थानीय विधि महाविद्यालय में गुरु वंदन छात्र अभिनंदन कार्यक्रम का आयोजन किया,  जिसमें मुख्य अतिथि की आसंदी से बोलते हुए पंडित शंभू नाथ शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर राम शंकर ने कहा कि जीवन में घटित होने वाले हर घटना से हमें सीख मिलती है।  यदि हममें  विद्यार्थी भाव है तो हम अपने आसपास की समस्त घटनाओं से सीखते हैं । कोई भी व्यक्ति सफल शिक्षक तभी बन सकता है जब वह सफल विद्यार्थी बन सके। यदि आप वास्तव में गुरु है तो आपका जीवन शुद्ध होता जाता है। शिक्षक को आंतरिक सुचिता लानी पड़ेगी तभी उसकी वाणी  में सरस्वती का बास होगा। हमें सतत  चिंतन करना चाहिए कि हम अपनी भूमिका का निर्वाह कितनी जिम्मेदारी से कर रहे हैं। 


विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित पुलिस उपमहानिरीक्षक सविता सोहाने ने कहा कि भारत एक आध्यात्मिक देश है और इसमें गुरु की महिमा स्वयं स्थापित है।  प्लूटो ने कहा था कि दार्शनिक को राजा की तरह होना चाहिए और भारत में महान दार्शनिक सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी को राष्ट्रपति के पद पर स्थापित कराकर उक्त उक्ति को चरितार्थ किया है। जब 1962 में  राधाकृष्णन जी से कहा गया कि हम आपका जन्मदिन मनाना चाहते हैं तो उन्होंने कहा कि हमारा जन्मदिन सभी शिक्षकों का दिन होना चाहिए। हमें अपने आसपास होने वाली सभी घटनाओं से, वस्तुओं से सीखते रहना चाहिए। उन्होंने सभी शिक्षकों का अभिनंदन करते हुए  कहा कि आपके माध्यम से हम अपने शिक्षकों को याद कर रहे हैं।


कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भारत विकास परिषद सेंट्रल रीजन के अध्यक्ष नरसिंहपुर से पधारे सुनील कोठारी जी ने कहा की परिषद ने आज जिन शिक्षकों का सम्मान किया है उनके कृतित्व के प्रति समाज की कृतज्ञ भावांजलि परिषद के माध्यम से अर्पित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत विकास परिषद सज्जन और सक्षम लोगों का संगठन जो विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यम से समाज के उपेक्षित लोगों को मुख्य धारा में लाने का प्रयास करता है। लोक परिष्कार द्वारा समाज में परिवर्तन लाया जा सकता है। 


कार्यक्रम में शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट उपलब्धियां एवं कार्य के लिए प्रोफेसर अभय पांडे, बालमुकुंद तिवारी, नरेश कुमार सिंघल, सरिता नामदेव, स्वामी दीन सिंह धुर्वे और जयप्रकाश मिश्रा का सम्मान किया गया। नगर में हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी के सीबीएसई एवं एमपी बोर्ड के उच्च अंक प्राप्त विद्यार्थियों के साथ-साथ नीट एवं जेईई परीक्षा में सफल विद्यार्थियों का भी अभिनंदन किया गया । कार्यक्रम नगर के विद्यालयों को विवेकानंद मित्र सम्मान से सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत परिषद के अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव ने किया।  आभार ज्ञापन कार्यक्रम संयोजक रवि नेमा  ने किया । कार्यक्रम का संचालन नीति सिंघल ने किया। पुरस्कार एवं सम्मान की उद्घोषणा श्रीलेखा जौहरी ने किया।


कार्यक्रम में परिषद के सचिव विजय दुबे एवं कोषाध्यक्ष अजय शर्मा भी मंचासीन रहे। कार्यक्रम में मनीष गुप्ता, अशोक मोर, विजय जैन, ओपी चौधरी, रविकांत द्विवेदी, अशोक सराफ, श्रीजा गुप्ता, रिंकी दुबे, ममता नेमा,रविंद्र गुप्ता, गौरव मिश्रा, अखिलेश शर्मा, राकेश खरे, प्रमोद सोनी, सुशील सिंघल, नंदकिशोर केडिया, विजय गुप्ता , जितेंद्र मिश्रा, सहित अनेक सदस्य उपस्थित रहे।



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